Wednesday, January 25, 2012

आराम से संघ कार्य होगा - यह भूल




आराम से संघ कार्य होगा - यह भूल

प्रातः 6 बजे सभी गटनायकों को बुलाया गया था। संख्या 500 थी। 20-25 मिनट
के भाशण में श्री गुरुजी ने कहा कि, ‘स्वयंसेवक देरी से आये, इसलिये कार्यक्रम देरी से षुरु
हो रहा है। सुस्ती, ढिलाई जीवन को षोभा देने वाली बातें हैं क्या? आराम से काम करने
से क्या होगा?’
‘‘अपने गट के स्वयंसेवकों से असीम स्नेह से मित्रता प्रस्थापित करके ही उनके
जीवन में परिवर्तन लाना और उन्हें मार्गदर्षन करना आपको संभव होगा। उनसे दूर रह कर
यह कैसे हो सकेगा? कोई व्यक्ति बड़े उँचे मकान पर खड़ा रह कर, सड़क पर चल रहे
लोगों को देखें तो उसे लगेगा कि बहुत से लोग लक्ष्यहीन होकर घूम रहे हैं। न जाने उनके
पाँव कहाँ पड़ते हैं और वे किधर देखते हैं। इतने दूर से देखकर उनका मार्गदर्षन करना तो
असंभव ही है।’’ ‘‘मजे से, आराम से, संघ का काम कर पाने की कल्पना बन गई हो, तो
यह भूल होगी।’’

भारत माता की आरती

      भारत माता की आरती 
Bharat mata ki aarti

ॐ जय भारत माता मैया जय भारत माता 
जो जन तुझको ध्याता -२
सुख सम्पद पाता, ॐ जय भारत माता -२ ।।ध्रु०।।

ऋषि मुनियों ने तेरी महिमा है गाई
मैया महिमा है गाई
ऋद्धि-सिद्धि वर दायक-२, प्रभुता प्रगटाई
ॐ जय भारत माता -२ ....................  ।।१।।

हरिहर ब्रह्मा तेरे आँगन में प्रगटे 
मैया आँगन में प्रगटे 
असुरो को संहारे -२, सबके कष्ट मिटे 
ॐ जय भारत माता -२ ....................  ।।२।।

राम कृष्ण और शंकर सूत बन के तेरे
मैया सूत बन के तेरे  
महावीर बुद्ध नानक -२, गुण गाते तेरे 
ॐ जय भारत माता -२ ....................  ।।३।।

हिन्दू जन सब मिलकर यह संकल्प करें 
मैया यह संकल्प करें 
समाज में समरसता -२, प्रेम प्रवाह बढे
ॐ जय भारत माता -२ ....................  ।।४।। 

सच्चे मन से माँ का जो गुणगान करे 
मैया जो गुणगान करे 
मन वांछित फल पावे -२, जीवन सफल करे 
ॐ जय भारत माता -२ ....................  ।।५।।

ॐ जय भारत माता मैया जय भारत माता 
जो जन तुझको ध्याता -२
सुख सम्पद पाता, ॐ जय भारत माता -२।।

http://www.youtube.com/watch?v=GJHR9_xJcPs